यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में लगी आग पर काबू पा लिया गया है. यूक्रेनियन अधिकारियों का कहना है कि रूसी सेना ने इस संयंत्र पर नियंत्रण कर लिया है. यूक्रेन के स्टेट न्यूक्लियर रेग्युलैटर का कहना है कि इस साइट पर अब तक विकिरण के स्तर में कोई बदलाव दर्ज नहीं किया गया है.
पिछले सप्ताह शुरू हुए रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के बीच ज़ापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र में आग लगने की खबर से काफी हड़कंप मैच गया था. यूक्रेन के परमाणु अधिकारी इसको लेकर चिंतित थे हालांकि हमले के कारण यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाईडेन और अन्य वैश्विक नेताओं के साथ बातचीत हुए जिसके बाद अमेरिकी ऊर्जा विभाग ने अपनी परमाणु घटना प्रतिक्रिया टीम को एतिहाद के तौर पर सक्रिय कर दिया.
कल ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के प्रवक्ता Andriy Tuz ने बताया था कि रूसी हमलों में गोले सीधे रिएक्टरों पर गिरे जिससे छः में से एक में आग लग गई. ज़ापोरिज्जिया के स्थानीय सैन्य प्रशासन का कहना है कि परमाणु संयंत्र के क्षेत्र का विकिरण लेवल अपरिवर्तित है.
अमेरिकी ऊर्जा सचिव जेनिफर ग्रानहोम ने ट्वीट किया कि मैंने अभी-अभी यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री से ज़ाफ़ोरिज़िज़िया परमाणु संयंत्र की स्थिति के बारे में बात की है। संयंत्र के पास रूसी सैन्य अभियान लापरवाही हैं और उन्हें यह रोक देना चाहिए। अमेरिकी ऊर्जा विभाग ने अपनी परमाणु घटना प्रतिक्रिया दल को सक्रिय कर दिया है और अमेरिकी सैन्य विभाग, न्यूक्लियर रेग्युलेटरी कमिशन और व्हाइट हाउस के साथ परामर्श से घटनाओं की निगरानी कर रहा है। हमने साइट के पास कोई विकिरण रीडिंग में परिवर्तन नहीं देखा है।
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी का कहना है कि ज़ापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र में आग लगने से आवश्यक उपकरण प्रभावित नहीं हुए है और यूक्रेन के न्यूक्लियर रेगुलेटरी ने विकिरण स्तर में कोई बदलाव नहीं होने की सूचना दी है.
यूक्रेन के न्यूक्लियर रेग्युलेटर के अनुसार, रूसी सैन्य बलों ने शुक्रवार सुबह संयंत्र पर कब्जा कर लिया। रूसी गोलाबारी के बाद संयंत्र में लगी आग बुझ गई है और विकिरण का स्तर अपरिवर्तित है, हालांकि साइट की कई इकाइयों को नुकसान हुआ है, जो यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा स्टेशन है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाईडेन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन दोनों ने स्थिति के बारे में यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से बात की।