कुछ दिन पहले रिलायंस जिओ ने टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी को सुझाव दिया था कि देश में 2G और 3G सेवाएं बंद कर देनी चाहिए। अब इस बात पर वोडाफोन आइडिया (Vi) सख्त टिप्पणी की है। वोडाफोन आइडिया का कहना है कि अगर सरकार ऐसा करती है तो सरकार गरीबों को सस्ती दरों पर इंटरनेट और स्मार्टफोन के लिए पैसे देने चाहिए।
Vi का कहना है कि इस तरह जबरदस्ती 2G और 3G को बंद करने का फैसला सही नहीं होगा। इससे कम आमदनी और गरीब वर्ग के लोग बेसिक टेलीकॉम सर्विस जैसे इंटरनेट से दूर हो जाएंगे क्योंकि वे स्मार्टफोन अफोर्ड नहीं कर सकते। इससे देश में डिजिटल तौर पर बंटवारे की लकीर खिंच सकती है।
क्या कहा था Jio ने?
आपको बता दें कि रिलायंस जिओ ने ट्राई के सामने एक प्रस्ताव रखा था कि सरकार को ऐसी पॉलिसी लानी चाहिए जिसमें 2G और 3G नेटवर्क को पूरी तरह बंद कर देना चाहिए। परिणामस्वरूप सभी यूजर्स 4G और 5G नेटवर्क पर शिफ्ट हो जाएंगे।
क्या कहना है वोडाफ़ोन आइडिया (Vi) का?
वोडाफ़ोन आइडिया Vi का कहना है कि सरकार अगर देशभर में 2G और 3G सर्विस बंद करती है तो सरकार को गरीब वर्ग के लोगों को स्मार्टफोन की तरफ ले जाने के लिए सब्सिडी ऑफर की जानी चाहिए। यानि कि गरीब लोगों को फीचर फोन से स्मार्टफोन में स्विच कराने के लिए सब्सिडी दी जानी चाहिए।
आपको बता दें कि भारत में अभी करीब 20 करोड़ लोग फीचर फोन का उपयोग करते है जो 2G नेटवर्क पर चलता है। इनमें से अधिकतर यूजर्स को 2G सर्विस वोडाफोन आइडिया और एयरटेल ही उपलब्ध करवाते है। इनके अलावा BSNL भी प्रतियोगी है। रिलायंस Jio ने लॉन्च होते ही सीधे 4G सेवाएं ही देना प्रारंभ किया था।
देश में 2G यूजर्स की बात करें तो एयरटेल के पास कुल 34.5 करोड़ यूजर्स में से 10 करोड़ यूजर 2G सेवाओं का प्रयोग करते है जबकि वोडाफ़ोन आइडिया के 21.5 करोड़ यूजर्स में से 9.6 करोड़ यूजर 2G सेवाओं का प्रयोग करते है।