Neeraj Chopra World Athletics Championships: नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2022 में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। वे देश के पहले वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (World Athletics Championships) मेडल जितने वाले पुरुष बन गए है। लेकिन नीरज चोपड़ा गोल्ड मेडल से चूक गए है। आइए आपको बताते है कि ओलिम्पिक चैम्पीयन बॉय नीरज चोपड़ा कैसे गोल्ड मेडल से चुके।
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के फाइनल में सिल्वर मेडल जितने के बाद नीरज चोपड़ा ने एएनआई (ANI) को दिए इंटरव्यू में गोल्ड न जीत पाने की वजह बताई। नीरज चोपड़ा ने कहा “अमेरिका में परिस्थियां अच्छी नहीं थीं और हवा बहतु ही तेजी से चल रही थी। मुझे विश्वास था कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा। मैं रिजल्ट से संतुष्ट हूं, मुझे खुशी है कि मैं अपने देश के लिए पदक जीतने में सक्षम था।”
Oregon, USA | While conditions were not good & the wind speed was too high, I was confident I would perform well. I am satisfied with the result, I am happy I was able to win a medal for my country: Neeraj Chopra's after winning a silver medal in #WorldAthleticsChampionships pic.twitter.com/eGdmW2Riwg
— ANI (@ANI) July 24, 2022
Neeraj Chopra ने एंडरसन पीटर्स के लिए कही ये बात
नीरज चोपड़ा ने प्रतिद्वंदी एंडरसन पीटर्स के बारे में बात करते हुए कहा, “यह आसान लग सकता है लेकिन एंडरसन ने 90 मीटर को पार करने के लिए भारी प्रयास किया होगा। वह इस साल वर्ल्ड लीड है, बहुत अच्छे थ्रो फेंक रहे हैं, कई 90 मीटर से ऊपर। मुझे खुशी है कि उन्होंने इतनी मेहनत की है। यह मेरे लिए भी अच्छा है, मेरे पास अच्छी प्रतिस्पर्धा है.”
Oregon,USA | It might have looked easy but Anderson must have put in huge effort to cross 90 metres… He is world lead this year, throwing very good throws, several above 90 meters. I am happy he has worked so hard. This is good for me too, I have good competition: Neeraj Chopra pic.twitter.com/BdvmRBRgga
— ANI (@ANI) July 24, 2022
“हर एथलीट का दिन होता है. पीटर्स ने अच्छा किया, आज पीटर्स का दिन था। ओलंपिक की बात करें तो पीटर्स फाइनल में भी नहीं पहुंच पाया था। ये हर एथलीट के लिए काफी चैलेंजिंग होता है, हर एथलीट की बॉडी भी अलग होती है। कभी किसी को कंपेयर नहीं किया जा सकता। सभी ने दमखम लगाया. हमने भी काफी कोशिश की। टफ कॉम्पटिशन था, आज के खेल से काफी कुछ सीखने को मिला है।”
नीरज चोपड़ा ने आगे बोलते हुए कहा कि “मैं इस तथ्य से दबाव महसूस नहीं करता था कि मैं एक ओलंपिक चैंपियन हूं। तीसरे थ्रो के बाद भी मुझे खुद पर विश्वास था। मैंने वापसी की और रजत जीता, अच्छा लगा। अगली बार मेडल का रंग बदलने की कोशिश करूंगा।”